" नीरज" को चाहत है सिर्फ प्रेम- रंग की, भूलूँगा कभी न एहसान तुम्हारा। " नीरज" को चाहत है सिर्फ प्रेम- रंग की, भूलूँगा कभी न एहसान तुम्हारा।
तन पुलकित, मन हर्षित, मौसम ने भी ली अंगड़ाई। तन पुलकित, मन हर्षित, मौसम ने भी ली अंगड़ाई।
होली मिलन की छवि निराली, लुटाते खुशियाँ अपरम्पार।। होली मिलन की छवि निराली, लुटाते खुशियाँ अपरम्पार।।
बयाँ कर एहसास काग़ज़ पर मैं और मेरी क़लम! बयाँ कर एहसास काग़ज़ पर मैं और मेरी क़लम!
कैसी तुमने है यह लीला है रचाई, जीवन-पथ में ऐसी विपदा है आई! कैसी तुमने है यह लीला है रचाई, जीवन-पथ में ऐसी विपदा है आई!
सब खोले खुशिओं का झोली , आया रे आया रे रंगो का त्यौहार ,खेलो होली ...... सब खोले खुशिओं का झोली , आया रे आया रे रंगो का त्यौहार ,खेलो होली ......